Mood Swing habit makes loss our strength and entity gradually |
गजब की बात है
सुबह भी शाम है
मैंने सोचा
और मैं ही ना करूं
यह मूड स्विंग वाली बात है
उड़ चला हूं मैं
धुंध की हवाओं में
आफत से ना टकराया में
सब छोड़ कर चला आया मैं
मौजूद मेरी रगों में
यह आदत जो बुरी है
यह मनोदशा बदलती रहती
एक चीज पर केंद्रित ना होना
फिर सारी चीजें अधूरी है
मैं कितना भी कफ़न यह बांध लूं
अगर मैंने आदत नहीं छोड़ी तो
पूरी जिंदगी में यूं ही
चीजों को टालने में रह जाऊंगा
जब मर कर ईश्वर के पास में जाऊंगा
तो उनसे मैं कुछ भी ना कह पाऊंगा
हर एक सवाल का जवाब एक चुप्पी होगी
यह बात मेरे अकेले की नहीं
यह बात है कई लोगों की
तो क्यों ना इस आदत को बदला जाए
चीजें चाहे कम करें
लेकिन उस पर
हम काम करें
मुश्किलें हमारी अगर आदत हो
सब मुश्किलें यू गुजर जाएगी
जब छोटी-छोटी मुश्किलों से हम यू टकराएंगे
मुश्किलों से दोस्ती और यह मुश्किलें हमें राह बताएंगे
कामयाबी कोई चीज नहीं
कामयाबी वह है
जो हमने मुश्किलों से लड़कर
और हमारे जुनून को जोड़कर
जो एक लतीफा सा आसान परिणाम होता है
वह कहीं दिनों की, कहीं महीनों की, कहीं सालों की
थकान को दूर कर जाती है.....
Focus on the thing is better to leave the thing
-Raj Singh Bhati